एक सच्चे श्रीमान/श्रीमती/व्यक्ति की आत्मा/मन/दिमाग में दया के जाल/रास्ते/सीमाओं से भेद करना मुश्किल होता है। जबकि/यहाँ तक कि/उसके साथ ही वह नियमों/शर्तों/प्रक्रियाओं को तोड़ने वाला नहीं होता, फिर भी उसका मन/आत्मा/दिल दूसरों की दर्द/मुश्किलें/रूचि में उलझ जाता है। यह जाल/रास्ता/परिवेश उसे अपने अंदर खींचता है और वह अपने/दुसरो के/किसी के भी लिए कुछ भी करने को तैयार रहता है।
आदर्श का विपरीत प्रभाव
कभी-कभी परिस्थिति में शानदार निर्णय भी अवांछित परिणाम दे सकता है. यह बहुत चुभने वाला है, लेकिन यथार्थता में वह होना आवश्यक है. क्यूंकि हर चीज में एक पक्ष होती है और अक्सर निरंतर विकास होता रहता है जो हमें तैयार रखने की जरूरत है.
धोखे की चादर: दयालुता पर
दुनिया में कई लोग ऐसे होते हैं जो दिखावटी होकर दयालुता का प्रदर्शन करते हैं. लेकिन वास्तव में, उनका दिल निर्दयी होता है. वे दूसरों को शांत अपना बनाकर खुद का हित उठाते हैं. यह एक प्रकार का धोखा है जो प्रेम की शरण में किया जाता है.
- यह बड़ा नुकसान पहुँचा सकता है
- हमें इस धोखे से सावधान रहना चाहिए
इंसान के अंदर दर्द: सहानुभूति का बुरा सपना
एक आग उगलने वाली दुनिया में, जहाँ जीवन के बंधन तेजी से कट रहे हैं, दिल का दर्द एक सामान्य दर्द बन गया है। दयालुता, जो कभी हमारे आत्म-मान्यता का केंद्र थी, अब एक अपराध जैसा महसूस होता है।
कभी-कभी दया, कभी दुर्भाग्य
यह सत्य है की जीवन एक ऐसा सफ़र है जो हमें अनेक उतार-चढ़ावों से गुज़ाता है। हर दिन हम खुशियाँ और सुख का अनुभव करते हैं, लेकिन दूसरे दिन दुःख और कष्ट भी हमें झेलने पड़ते हैं। यह जीवन का नियम है जिसे हमेशा स्वीकार करना चाहिए। कुछ लोग|
सच्ची दया, कितना खतरा?
जीव की मन में छुपा दर्द उभरता है। यह साथी मानव जीवन में स्थान बनाता है। लेकिन, क्या यह साथी कभी-कभी read more संघर्ष बनकर देखाता है?
- सच्ची दया
- दुश्मनी